परेशानी लॉक डाउन में ही नही ,खत्म होने के बाद भी आपको रखना होगा इन बातों का ध्यान
पूरे देश में इस समय लॉकडाउन चल रहा है। जहां लोग कोरोना से डरे हुए हैं वहीं लोगों को लॉकडाउन खत्म होने का भी बेसब्री से इंतजार है। लोगों को घर से बाहर निकलने व ऑफिस पर लौटने की जल्दी है। मगर, कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में लॉकडाउन खत्म होने के बाद कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होगा, ताकि सही…
सावधान आज विश्व हाइपरटेंशन दिवस है अगर निरोगी रहना चाहते है तो आज से ही बदल डालिए अपनी जीवन शैली
एक ऐसी बीमारी है जिसकी रोकथाम आपके जीवनशैली पर निर्भर करती है। हमें अपनी दिनचर्या को दुरुस्त रखना होगा, अपने स्वभाव पर भी नियंत्रण करना होगा, छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा होना भी छोड़ना होगा। हम बात कर रहे हैं आज ‘विश्व हाइपरटेंशन डे’ यानी ब्लड प्रेशर और उच्च रक्तचाप। आज 17 मई है, इस तारीख को हर साल …
कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए पुणे की दवा कंपनी नोवलिड का दवा खोज लेने का दावा ।
कोरोना वायरस महामारी से अब तक दुनिया भर में लाखों लोगों की मौत हो चुकी है. लेकिन अभी तक किसी देश को इसकी वैक्सीन और दवा तैयार करने में सफलता नहीं मिली है. इसी बीच पुणे की फार्मा कंपनी नोवलिड ने दावा किया है कि उसने वो दवा खोज निकाली है, जो कोरोना के इलाज में कारगार साबित होंगी. कंपनी का कहना है कि …
शराब की बढ़ती कीमतों के बीच तरबूज में रखकर की जा रही शराब की तस्करी ।
आंध्र प्रदेश में राज्य सरकार ने शराब की कीमतों में भारी वृद्धि की है। ड्रग्स उचित ब्रांडों की कमी से पीड़ित हैं। अवैध शराब की बिक्री की पृष्ठभूमि। तेलंगाना से लेकर एपी तक शराब की तस्करी हो रही है। साथ ही शराब की तरबूज की बोतलों को ले जाया गया। गुंटूर जिले के डचेपेली जोन के चेक पोस्ट पर गुंटूर एडिशन…
स्कूल ,कॉलेज ,अस्पताल परिसर को डिस इफेक्ट करने हेतु इंडोर स्प्रेयर विकसित ।
सीएसआईआर-सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग इंस्टीच्यूट (सीएमईआरआई), डुंगरपुर के वैज्ञानिकों ने कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए दो मोबाइल इनडोर स्प्रेयर इकाइयों का विकास किया है। इन इकाइयों का उपयोग विशेष रूप से अस्पतालों, स्कूलों एवं घरों की सफाई एवं डिस्इंफेक्ट करने के लिए किया जा सकता है। इनका उपयोग ट…
स्टेपवन टेलीमेडिसिन की स्वास्थ परामर्श सेवा प्रारंभ ।
कोविड-19 महामारी के दौर में स्टेपवन टेलीमेडिसिन कर्नाटक, पंजाब, महाराष्ट्र, ओड़िशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और नागालैंड सहित सात राज्यों में अपनी सेवा प्रदान कर रहा है। आई.वी.आर को प्रत्येक राज्य के लिए स्थानीयकृत किया गया है और वर्तमान में अंग्रेजी, हिंदी, कन्नड़, मराठी, ओड़िया, पंजाबी और नागा भाषा…