बढ़ती उम्र के लोगो व हर उम्र के लोगो के लिए संजीवनी है अमरूद जानिए इसके लाभ के बारे में ।

रोज-रोज अमरूद खाइये और पेट की समस्त बीमारियों से छुटकारा पाइए। यह कहना है कि सुलतानपुर जिले के आयुर्वेदाचार्य विजयधर पाठक का। उन्होंने कहा कि अमरूद में चमत्कारिक गुण हैं, जिसके चलते इसके अनेक फायदे होते हैं। हार्ट अटैक और डायबिटीज जैसी बीमारियों में अमरूद का फल और पत्ती किसी रामबाण से कम नहीं हैं।


 देश में सबसे अधिक लोग हृदय रोग से पीड़ित हैं और सबसे अधिक मौत भी हार्टअटैक से होती है। ऐसे में हृदय रोगियों के लिए अमरूद का सेवन सबसे कारगर दवा है। यदि अमरूद के फल सुलभ न हों तो अमरूद के ताजे पत्तों का काढ़ा बनाकर पीने से हार्टअटैक का खतरा 80 फीसदी तक कम हो जाता है। उन्होंने बताया कि अमरूद के नियमित सेवन से दिल के दौरे नहीं पड़ते। ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है। उन्होंने बताया कि अमरूद की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीने से तनाव दूर होता है और दिल के साथ दिमाग भी तंदुरुस्त रहता है। अमरूद की पत्तियों का काढ़ा बनाकर नियमित पीने से शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है।


अमरूद के पत्तों से बना हुआ एक कप काढ़ा पीने से मनुष्य को तुरंत आराम मिलता है। यह मनुष्य के शरीर में मौजूद हार्मोन्स के स्तर में अपेक्षित सुधार करता है। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि अमरूद के पत्तों का काढ़ा हर उम्र के लोगों के स्वास्थ्य के लिए मुफीद है, लेकिन संवेदनशील पेट वालों के लिए अमरूद के पत्तों का काढ़ा रामवाण दवा है। यह काढ़ा पेंचीस और दस्त में विशेष गुणकारी एवं लाभकारी सिद्ध होता है।


बढ़ती उम्र के लोगों की संजीवनी है अमरूद
अमरूद का फल तो गुणकारी होता ही है, लेकिन उसके पत्तों से बना काढ़ा बढ़ती उम्र के लोगों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है। बढ़ती उम्र के लोगों के चेहरों पर आ रही झुर्रियां और फाइन लाइंस को कम करने के साथ उम्र के बढ़ने के संकेतों को भी काफ़ी हद तक कम कर देता है। इससे मनुष्य उम्र से पहले बूढ़ा नहीं दिखाई देता।


ऐसे बनाएं अमरूद के पत्तों का काढ़ा ....
 एक किसी बर्तन में पानी उबाल लें। उस उबले हुए पानी में अमरूद के कुछ पत्तों को डालें। इसके 10 से 15 मिनट बाद इस काढ़े को पीयें। यदि यह काढ़ा स्वादिष्ट नहीं लगता तो अपनी पसंद के अनुसार नींबू, दालचीनी या फिर शहद डालकर पी सकते हैं।