टीकमगढ़--
किसान सम्मान निधि के आंकड़ों के आधार पर अभी तक करोड़ों किसानों के केसीसी नहीं बने है। इसलिये भारत सरकार की पहल पर किसानों को अब खेती के साथ-साथ डेयरी व मत्स्य पालन के लिये भी किसान क्रेडिट कार्ड बनाये जायेंगे। केसीसी बनने से किसान बैंकों से ऋण लेकर खेतीबाड़ी बेहतर ढंग से कर सकेंगे और डेयरी व मत्स्य पालन के करने वाले किसानों को भी बैंक ऋण के रूप में पूंजी मिल सकेगी।
भारत सरकार द्वारा सभी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के सभी पात्र लाभार्थियों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना से लाभान्वित करने विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके लिये ग्राम सभाओं का आयोजन किया जायेगा और उसमें बैंकों द्वारा किसान क्रेडिट ऋण की जानकारी दी जायेगी। ज्ञातव्य है कि किसान सम्मान निधि योजना में जिले में करीब 1 लाख से अधिक किसान पंजीकृत हैं।
सचिव, पटवारी किसानों को प्रोत्साहित करेंगे
अभियान के दौरान आजीविका मिशन एवं अन्य स्वसहायता समूह अपने सदस्यों को एवं उनके परिवारों को किसान क्रेडिट कार्ड की सरलीकृत प्रक्रियाओं के बारे में बताया जायेगा। पंचायत सचिव, पटवारी एवं कृषि विभाग के अधिकारी प्रधानमंत्री किसान सम्मान का लाभ लेने वालों को किसान क्रेडिट कार्ड सुविधा प्राप्त करने के लिये प्रोत्साहित करे बैंक शाखाओं में उनके राजस्व अभिलेख के साथ आवेदन प्राप्त करने बैंक शाखाओं में उनके राजस्व अभिलख के साथ आवेदन पत्र भरकर पहुंचने के लिये प्रेरित करेंगे। किसानों से आवेदन प्राप्त करने बैंक शाखा स्तर एवं पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित किये जायेगें, जिसमें बैंक अधिकारी एवं अन्य सभी संबंधित विभाग के अधिकारी निर्धारित तिथि पर उपलब्ध रहेंगे। बैक शाखाओं में किसानों को सही मार्गदर्शन एवं त्वरित सेवा एवं स्वीकृति के लिये अलग अधिकारी एवं डेस्क की व्यवस्था होगी।